
✨ “7 साल की उम्र में साहित्य की ऊँचाइयाँ – अभिजिता गुप्ता की प्रेरणादायक कहानी”
जब ज़्यादातर बच्चे 7 साल की उम्र में खिलौनों और कहानियों की किताबों से खेलते हैं, वहीं अभिजिता गुप्ता ने खुद एक किताब लिख डाली — और वो भी इतनी बेहतरीन कि उसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला दी।
गाजियाबाद की रहने वाली अभिजिता गुप्ता ने नन्ही सी उम्र में ‘Happiness All Around’ नामक पुस्तक लिखी, जो कविताओं और कहानियों का एक खूबसूरत संग्रह है। यह सिर्फ एक किताब नहीं, बल्कि कल्पनाओं की उड़ान, मासूम जज़्बातों की अभिव्यक्ति और आशा की किरण है – जो इस छोटी सी लेखिका की सोच को दुनिया तक पहुँचाती है।
📚 जब कल्पना बनी किताब: लेखन की शुरुआत
अभिजिता का लेखन सफर सिर्फ 5 साल की उम्र में शुरू हुआ। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान जब दुनिया ठहर गई थी, उस समय इस छोटी सी बच्ची की कल्पनाओं ने एक नई रफ्तार पकड़ी। उसने अपने विचारों को पन्नों पर उतारना शुरू किया और उन पन्नों ने आकार लिया एक किताब का।
‘Happiness All Around’ कोई साधारण बाल साहित्य नहीं है। उसमें बच्चों की मासूम सोच के साथ-साथ ज़िंदगी के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण भी झलकता है।
🏆 विश्व रिकॉर्ड और ऐतिहासिक उपलब्धियाँ
- अभिजिता को International Book of Records द्वारा ‘दुनिया की सबसे कम उम्र की लेखिका’ के तौर पर मान्यता मिली है।
- Asia Book of Records ने उन्हें ‘Grandmaster in Writing’ की उपाधि से सम्मानित किया है।
ये सम्मान केवल किसी पुरस्कार की सूची नहीं हैं, बल्कि एक संदेश हैं — कि उम्र कभी भी सीमाएँ तय नहीं करती।
🖋️ कवि परिवार की तीसरी पीढ़ी
अभिजिता का साहित्य से जुड़ाव कोई संयोग नहीं है। वे राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त और संतकवि सियारामशरण गुप्त की तीसरी पीढ़ी से आती हैं। साहित्य उनके खून में है, और उनकी लेखनी इस परंपरा को नए युग में आगे ले जा रही है।
✍️ प्रकाशन में नया इतिहास
अभिजिता को देखकर Invincible Publishers ने उनके साथ चार पुस्तकों के प्रकाशन का अनुबंध किया है। इस प्रकार वह ऐसा अनुबंध करने वाली भारत की पहली बाल लेखिका बन गई हैं।
🌱 अभिजिता की प्रेरणा हम सबके लिए
अभिजिता की कहानी एक स्पष्ट संदेश देती है —
“प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती, बस उसे दिशा और समर्थन चाहिए।”
यह सिर्फ बच्चों के लिए नहीं, बड़ों के लिए भी प्रेरणास्रोत है। जहाँ हम अक्सर अपने सपनों को टालते रहते हैं, वहीं एक 7 साल की बच्ची ने अपने सपने को पन्नों पर उतार कर साकार कर दिया।
🧡 क्या आप सिर्फ एक बधाई देकर उसका हौसला नहीं बढ़ा सकते?
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